Sunday, February 28, 2016

चिराग सारे बुझ गए मगर रात अभी बाकी Bharti Chopra Ji

चिराग सारे बुझ गए मगर रात अभी बाकी है ,
तुम जिसे अधूरा छोड़ गए वो बात अभी बाकी है !

समेट कर रख लो ये तेवर, बहुत काम आएंगे ,
तुम्हारे सफर के मुश्किल सभी मुकाम अभी बाकी है !

मेरे शहर के ये लोग तो कब के मर चुके,
यह अलग बात हैै कि सांस अभी बाकी है !

आज भी तेरे जिक्र से इक टीस सी उठती है ,
जुदा तो हो गए मगर कुछ सरोकार अभी बाकी है !!

....... भारती चोपड़ा

👏👏👏👏