ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया
जाने क्यू आज तेरे नाम पे रोना आया
यूँ तो हर शाम उम्मीदों मे गुज़र जाती है
आज कुछ बात है जो शाम से रोना आया
कभी तक़दीर का मातम , कभी दुनियां का गिला
मंज़िलें इश्क़ में हर ग़ाम पे रोना आया
मुझ पर ही ख़त्म हुआ सिलसिला-ऐ-नौउहागिरि
इस क़दर गर्दिश-ऐ-अय्याम पे रोना आया
जब हुआ , ज़िक्र ज़माने में मोहब्बत का 'शक़ील'
मुझकों अपने दिल-ऐ-नाक़ाम पे रोना आया
ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया
जाने क्यू आज तेरे नाम पे रोना आया
................. शक़ील बदायूँनी
ग़ाम : Step
नौउहागिरि : Dirge
A dirge is a somber song or lament expressing mourning or grief, such as would be appropriate for performance at a funeral.
गर्दिश : misfortune
अय्याम : duration
https://youtu.be/ik75GgM7VV4