चिरंजीव युवराज के
शुभ आगमन ने
जीवन में खुशियों की
तरंगे जगाई हैं।
उसके मासूम चेहरे की
अनमोल मधुर मुस्कानों ने
कई उदास चेहरों पर
अनगिनत मुस्कुराहटें
सजाई हैं।
स्नेह क्या है,
वात्सल्य क्या है,
इसकी परिभाषा
हमें समझाई है।
उसकी मीठी मधुर बोली ने
जीवन की उलझी हुई
गुत्थियां सुलझाई है।