नन्ही जिज्ञासु आँखों मे ही पायी
चाँद सितारों ने अपनी परछाई
इतनी चमक तो ख़ुद चाँद में भी नहीं थी
जितनी इन आँखों ने दर्शायी
यही है बचपन की मासूम सच्ची आँखों की कशिश
निश्छल चंचल शब्दों ने यही अपनी परिभाषा है पायी
........कपिल
"The Transit of Venus" 1883
Painting by John George Brown,
American, 1831 - 1913